मै चंदा कम समझता हूं , सितारे कम समझता हूं
मैं रंगत कम समझता हूं, नजारे कम समझता हूं
उधर वो बोलता कम है नजर से बात करता है
इधर मेरी मुसीबत मैं , इशारे कम समझता हूं
डा उदय मणि
जनकवि स्व . श्री विपिन 'मणि' एवं विख्यात चिकत्सक और युवा रचनाकार डॉ . उदय 'मणि' कौशिक की उत्कृष्ट हिन्दी रचनाएँ ....
3 comments:
उधर वो बोलता कम है नजर से बात करता है
इधर मेरी मुसीबत मैं , इशारे कम समझता हूं
पसंद आया .
BEHTREEN............
utsah badane ke liye dhanyvad
Post a Comment