सभी साथियों
एवं समस्त मित्रों
को
नव - वर्ष की
अनन्य शुभकामनाएं
" जहां पर भी अंधेरा हो , खुशी के दीप जल जायें
दुखों की बर्फ़ के सारे , जमे पर्वत पिघल जायें
भरा हो हर्ष से नव-वर्ष का, हर दिन हर इक लम्हा
सभी की आंख के सपने , हकीकत मे बदल जायें "
डा. उदय ’ मणि ’ कौशिक
एवं
परिवार
5 comments:
कुछ ही पलों में आने वाला नया साल आप सभी के लिए
सुखदायक
धनवर्धक
स्वास्थ्वर्धक
मंगलमय
और प्रगतिशील हो
यही हमारी भगवान से प्रार्थना है
नया साल मुबारक हो!
आप को भी नव वर्ष की शुभ कामनाएं..
नीरज
नये वर्ष की ढेरों शुभकामनाएं...!
ओजमय और भाव से भरी कविताएं !
अगर कविताओं में प्रेम और रिश्तों के स्पन्दन को महसूस करना चाहते हैं तो मेरे ब्लॉग पर आपका सहर्ष स्वागत है।
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