tag:blogger.com,1999:blog-7094029625181033967.post4980306129264831183..comments2023-04-13T08:29:58.799-07:00Comments on मैं समय हूँ ...: कालजयी सृजन के पुरोधा एवं वरिष्ठ जनकवि 'बृजेन्द्र कौशिक जी 'को जन्मदिन पर ....सादर काव्यांजलिडा ’मणिhttp://www.blogger.com/profile/12027202350989367311noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-7094029625181033967.post-61767946712174707852008-08-03T17:45:00.000-07:002008-08-03T17:45:00.000-07:00गीत जो है ढल गया इक जिस्म में, वह आप हैंशब्द तम ...गीत जो है ढल गया इक जिस्म में, वह आप हैं<BR/>शब्द तम में दीप बन कर जल गया वो आप हैं<BR/>आपकी खातिर लिखें क्या ? शब्द तो सब आपके<BR/>लेखनी का रूप लेकर लिख रहे जो आप हैं.<BR/><BR/>सादर वन्दन स्वीकारेंराकेश खंडेलवालhttps://www.blogger.com/profile/08112419047015083219noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7094029625181033967.post-68526109462499613712008-08-03T09:47:00.000-07:002008-08-03T09:47:00.000-07:00बृजेन्द्र जी कौशिक को मेरी ओर से भी जन्म-दिन की बध...बृजेन्द्र जी कौशिक को मेरी ओर से भी जन्म-दिन की बधाई।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.com